धीरज न खोयिये ,धीरे-
धीरे चलिए
धीरज न खोयिये, धीरे -धीरे चलिए,
काम कुछ कर जाईये, रास्ता नया बनाइये
अगर कुछ कर जायेंगे, तो लक्ष्य नया पा जायेंगे,
अगर भटक जायेंगे तो ‘कहाँ’ पहुँच जायेंगे?
धीरे या तेज चले , फिर भी लक्ष्य पाएंगे
रुक गए गर
‘कुचल’ दिए जायेंगे
संघर्ष कुछ कर जाईये, तकलीफें कुछ पाईये
‘नजर’ नहीं हटाईये. चलते -बढ़ते जाईये
कोशिश करते जाईये , चिराग नया जलाईये.
संकल्प मन में लाईये, रास्ते नए बनाईये
पैसे भले कमाईये ,
रिश्ते नहीं गवांईये,
कुछ नया कर जाईये,
नए रास्ते बनाईये.
‘आगाज़’ अगर कर गएँ
तो ‘अंजाम’ तक पहुंचायिये,
कुछ नया कर जाईये, उम्मीद ना मिटाईये.
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लिखने लायक बन
जाईये,
या पढने लायक लिख
जाईये.
इतिहास नया बनाइये
चलते बढ़ते जाईये.
लक्ष्य नया बनाइये
काम नया कर जाइये
धीरज न खोयिये ,धीरे-धीरे बढिए .
संजय कुमार
स्टेट बैंक ज्ञानार्जन केंद्र
रायपुर
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